About the Book
इस शृंखला का भाषायी स्तर अपेक्षाकृत सरल रखा गया है, ताकि हिंदीभाषी क्षेत्रें के छात्रें के साथ-साथ अहिंदीभाषी क्षेत्र के छात्र भी लाभान्वित हो सकें। ‘बाल भाषा भारती’ पाठ्यपुस्तक शंृखला केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (CBSE) नई दिल्ली, इंडियन सार्टिि-फकेट ऑ-फ सेकेंडरी एज्युकेशन एक्जामिनेशन (ICSE) एवं अन्य राज्य शिक्षाबोर्डों की संस्तुतियों के अनुरूप तैयार की गई है।
बाल भाषा भारती पाठ्यपुस्तक शंृखला सी-सी-ई- (CCE) पद्धति के सभी मापदंडों को पूरा करती है। इसकेपाठांत अभ्यास भाषा सीखने के चारों कौशल-सुनना, बोलना, पढ़ना तथा लिखना-की पूर्ति करते हैं। संकलनात्मकमूल्यांकन के अंतर्गत लिखित प्रश्न दिए गए हैं, जिनमें कविता की अधूरी पंक्तियों पूरी करना, व्याकरण-ज्ञान, लेखनअभ्यास, मूल्यपरक प्रश्न आदि दिए गए हैं। रचनात्मक मूल्यांकन के अंतर्गत पढ़िए-समझिए, सही-गलत वाक्यों कीपहचान, संकेतों के आधार पर अनुच्छेद-आत्मकथा लेखन आदि दिए गए हैं।
बाल भाषा भारती पुस्तक शृंखला के इस नवीन संस्करण के अंतर्गत निम्नलिखित पुस्तकें हैं-
1-बाल भाषा भारती प्रवेशिका
2-बाल भाषा भारती पाठ्य पुस्तक भाग 1 से 8 तक
3-बाल भाषा भारती अभ्यास-पुस्तिका भाग 1 से 8 तक
4 बाल भाषा भारती अध्यापक-पुस्तिका भाग 1 से 8 तक
5-एनिमेटेड सीडी भाग 1 से 5 के लिए
उपर्युक्त पुस्तक शृंखला की पाठ्य पुस्तकों की विशेषताएँ इस प्रकार हैं-
- बच्चों की उम्र एवं बाल मनोविज्ञान के अनुरूप पाठों एवं अभ्यासों की सरलतम प्रस्तुति।
- बाल भाषा भारती पाठ्य पुस्तक शृंखला में जीवन-मूल्यों और नैतिक मूल्यों की प्रस्तुति पारंपरिकउपदेशात्मक शैली से हटकर विविध विधाओं में रोचक ढंग से की गई है।
- हिंदी साहित्य की सभी विधाओं-कविता, कहानी, चित्रकथा, एकांकी, जीवनी, लेख, निबंध, संस्मरण,प्रेरक प्रसंग, पत्र, डायरी, वार्तालाप आदि पाठों-के सुव्यवस्थित योजना-क्रम में बच्चों के सर्वांगीण विकासको ध्यान में रखा गया है।
- कविता-पाठ, समूह-गान, संवादात्मक लेख तथा एकांकी इत्यादि द्वारा बच्चों की मौखिक अभिव्यक्तिमें व्यापक रूप से क्रमिक सुधार लाया जा सकता है। साथ ही उनकी आंतरिक प्रतिभा-गायन, वाचन अथवाअभिनय कला-भी विकसित हो सकेगी।
- प्रस्तुत शृंखला की सुव्यवस्थित पाठ-योजना में देश-प्रेम, राष्ट्रीय एकता, साहस, वीरता, त्याग-बलिदानआदि जीवन-मूल्यों को उभारने वाले पाठ व प्रेरक प्रसंग सम्मिलित हैं, जो हमारे देश के गौरवपूर्ण अतीत काज्ञान कराते हैं एवं बच्चों में स्वाभिमान की भावना जागृत करते हैं।
- प्रकृति-प्रेम, सौंदर्य-बोध, पर्यावरण-सजगता, पर्यावरण-संरक्षण के उपाय, प्राणी जगत की जानकारी,जीवमात्र के प्रति दया व प्रेम इत्यादि भावनाओं को पुष्ट करने के लिए इनमें विभिन्न पाठों का समावेशकिया गया है।
- भारतीय संस्कृति का ज्ञान, ऐतिहासिक तथा धार्मिक वस्तुओं की समुचित सुरक्षा, पर्वों का महत्व एवंउनकी आवश्यकता, सामाजिक सहयोग, पारस्परिक सद्भाव, कर्तव्य-पालन, अनुशासन, समय-पालन,सर्व-धर्म-समन्वय की भावना, परदुःखकातरता, स्नेह, दया, प्रेम, स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता,नारी-सम्मान, नारी शिक्षा, प्रौढ़ शिक्षा, खेल तथा खेल भावना, आधुनिक तकनीकी शिक्षा संबंधीजानकारी, वैज्ञानिक दृष्टिकोण के विकास आदि जीवन-मूल्यों को समृद्ध करने वाले लेख ‘बाल भाषाभारती’ शृंखला की सारगर्भिता को प्रकट करते हैं।
- शब्द-सीढ़ी, बूझो तो जानें, इसे भी जानो, हँसो-हँसाओ, चित्रंकन, रंग भरो इत्यादि विविध क्रियाकलापोंद्वारा इनमें बहुत ही मनोरंजक ढंग से बच्चों को अपनी प्रतिभा निखारने का भरपूर अवसर दिया गया है।
- पाठ्य सामग्री के रोचक प्रस्तुतीकरण से एवं पाठ के अंत में दिए गए विविध अभ्यासों के द्वारा बच्चे स्वयं अपनीसूझ-बूझ का प्रयोग करते हुए क्रमिक ढंग से पद-मिलान, रिक्तस्थान-पूर्ति इत्यादि कर सकेंगे।
- महापुरुषों की जीवनी तथा उनके प्रेरक प्रसंग बच्चों में महान बनने और कुछ करने की प्रेरणा भर देते हैं।
- हिंदी भाषा में उच्चारण एवं वर्तनी के बीच गहरा संबंध है। हम जैसा बोलते हैं, वैसा ही लिखते हैं। लेखनको सरलीकृत करने के प्रयास में, आज के कंप्यूटर परिचालित सामाजिक जीवन के परिप्रेक्ष्य में, प्रकाशनविभाग द्वारा जारी संयुक्ताक्षरों के नवीनतम मानक रूप को ग्रहण किया गया है। कहीं-कहीं बच्चों कीबौद्धिक क्षमता के अनुसार उन्हें वर्तनी के पूर्व रूप (पंचम वर्णों के संयुक्त रूप) की जानकारी भी दीगई है। इस प्रकार वैज्ञानिक रूप से संपूर्ण व्याकरण-सम्मत भाषा की शिक्षा देने का प्रयास किया गया है।
एनिमेटेड सीडी की प्रमुख विशेषताएँ-
- पाठ-आधारित एनिमेटेड सीडी द्वारा प्रत्येक पाठ का सुग्राह्य, मनोरंजक तथा संगीतमय एनिमेशन।
- स्वयं करने के लिए निरंतर रोचक अभ्यास।
- सीडी द्वारा श्रवण-कौशल का विकास तथा मानक उच्चारण का ज्ञान कराया गया है।
- प्रत्येक पाठ के एनिमेशन के साथ रोचक क्रियात्मक अभ्यास का संयोजन।
अभ्यास-पुस्तिका की प्रमुख विशेषताएँ-
- पाठ के गहन अध्ययन एवं भाषायी कौशल के संवर्धन के लिए बाल भाषा भारती शृंखला की अभ्यासपुस्तिका परम उपयोगी सिद्ध होगी। इन अभ्यास पुस्तिकाओं द्वारा एक ओर जहाँ बच्चों के लेखन मेंपर्याप्त क्रमिक परिशोधन होगा, वहीं रचनात्मक कौशल भी विकसित होगा।
- पाठ्य पुस्तकों द्वारा अर्जित ज्ञान को संपुष्ट करने वाले अभ्यास और क्रियाकलाप।
- वर्तनी संबंधी सामान्य अशुद्धियों को सुधारने के लिए सुलेख के पृष्ठों का संयोजन।
अध्यापक-पुस्तिकाओं की प्रमुख विशेषताएँ-
- भाषा-शिक्षण संबंधी समस्याओं को सरलतम उपायों से सुलझाने के सुझाव।
- प्रत्येक अध्यापक-पुस्तिका इन सोपानों में विभक्त है-पाठ-परिचय, पाठ का उद्देश्य, पाठ पढ़ाने से पूर्व,शिक्षण-प्रक्रिया तथा अभ्यासों के प्रश्नोत्तर।
- अतः हमें पूर्ण विश्वास है कि शिक्षा-जगत में इस शृंखला की सभी पुस्तकें शिक्षकों एवं शिक्षार्थियों में जनप्रियताअर्जित कर बच्चों के लिए परम उपयोगी सिद्ध होंगी।