CBSE
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Class 5
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Hindi
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By - Kavita Basu' नूतन सरल हिंदी माला ' पुस्तक श्रृंखला का प्रथम प्रकाशन सन 1965 में हुआ था। उसके याद सुदीर्घ 52 पर्षों की अधधि में समय-समय पर
इस श्रृंखला की पुस्तकों का परिशोधन हुआ है। अब इक्कीसवी सदी के बच्चों के लिए आधुनिक तकनीकी परिवेश और ज्ञान की आवश्यकतानुसार
उनकी रुचि, योग्यता एवं आवश्यकता को ध्यान में रखकर हम अत्यंत हर्ष के साथ आपके समक्ष “नूतन सरल हिंदी साला ' पुस्तक श्रृंखला को
सर्वया नूतन रंग-बिरंगे कलर में प्रस्तुत कर रहे हैं। इस पुस्तक श्रृंखला का निमांण राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान परिषद दूपारा अनुमोदित नवीनतम
राष्ट्रीय पाठ्चर्या की रूपरेखा एपं सी.बी.एस ई तथा अन्य राष्ट्र शिक्षा बो्डों के पाठक्रम के अनुरूप किया गया है।
हमारी सर्वथा नवीन संशोधित एवं परिवर्धित पुस्तक श्रृंखला निम्नलिखित है-
१. नूतन सरल हिंदी माला - प्रवेशिका
2. नूतन सरल हिंदी माला - पाठ्यपुस्तक ( भाग । से 8 तक )
3. नूतन सरल हिंदी माला - अभ्यास-पुस्तिका ( भाग । से 8 तक )
4. नूतन सरल हिंदी माला - अध्यापक-पुस्तिका ( भाग । से 8 तक)
'पाठ्य-पुस्तकों ( भाग 1 से 5 ) की प्रमुख विशेषताएँ
# भाषा की चारों अपेक्षित योग्यताओँ (सुनना, बोलना, पड़ना तथा लिखना) के सम्बक विकास एवं मानवीय नैतिक मूल्यों के उन्यन के
प्रयास किए गए हैं।
# भाषायी कौशल की सभी विधाओं- कहानी, कविता, चित्रकथा, लोकक था, हास्थकथा, आलेख , एकाँकी, पत्र, प्रेरक प्रसंग, विज्ञान-
कथा, आत्मकथा एपं जीवन और जगत से जुड़ने वाले सर्वथा बालोपयोगी पाठ आदि का समाषेश किया गया है।
# राष्ट्रीय एकता, देश-प्रेम, वीरता, साहस, त्याग-बलिदान, पारस्परिक सहयोग, प्रेम-भाईचारा, सदाचरण और व्यवहार, सभ्यता-
संस्कृति, वैज्ञानिक सोच, खेल-भावना आदि जीवन-मूल्यों को उभारने वाले तत्वों को शामिल किया गया है।
* सम-सामयिक विषयों, यथा पर्यांवरण संरक्षण, फ़ास्ट फ़ूड से हानियाँ, मोबाइल फ़ोन के फ़ायदे व नुकसान, विज्ञान एवं
तकनीक से जुड़े विषयों आदि को सम्मिलित किया गया है।
# 'पाठ्य पुस्तक के प्रति विद्यार्थी की रुचि जागृत करने के लिए उपयोगी पाठों के अतिरिक्त केवल पढ़ने के लिए शीर्षक के अँतर्गत कुछ
'रोचक सामग्री प्रस्तुत की गई है, जिसके द्वारा बच्चों का शुद्ध एवं स्वस्थ मनोरंजन और ज्ञान-वर्धन होगा।
'पाठों की आरंभिक रूपरेखा
'पठन से पूर्व : प्रत्येक पाठ को पढ़ने से पूर्व उसमें रुचि उत्पन्न करने तथा उसकी पृष्ठभूमि व उद्देश्य समझने के लिए.
है. इसमें कुछ सारार्भित बातें दौ गई हैं।
'पाठ-परिचय : इसमें पाठ का सार दिया गया है जिसे पढ़कर यह ज्ञात हो जाता है कि पाठ की विषयवस्तु क्या है। साथ
ही पाठ से जुड़े घटनाक्रमों को भी संप्षैप मे प्रस्तुत किया गया है।
चर्चा करें : पाठ से संबंधित अर्थबोध, चिंतन एवं समझ विकसित करने पर इसमें बल दिया गया है। बच्चों से की गई चर्चा उन्हें न केवल पाठ को सुरुचिपूर्ण तरीके से पढने के लिए प्रोत्साहित करेगी बल्कि तार्किक ढंग से विषयवस्तु को समझने में भी सहायता करेगी।
Category | Course Book |
Format | Digital Book |
No. of pages | 1 |