CBSE
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Class 5
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Hindi
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By - Dr. Shiksha KaushikExperiential Learning: Focused on experiential learning, ensuring students understand the essence of grammar concepts, promoting meaningful learning experiences.
Concept Clarity: Clear explanations and relatable examples ensure that children grasp the concepts easily, enhancing their language skills and boosting their confidence.
Encouraging Creativity: The series nurtures creative expression and imaginative thinking through various writing exercises, enhancing students' writing abilities.
Interactive Activities: Engaging activities and worksheets promote active participation, making the learning process interactive and enjoyable.
Inclusive Education: Suitable for both Hindi-speaking and non-Hindi-speaking regions, promoting language learning for diverse cultural backgrounds.
Author's Note: Dr. Shiksha Kaushik's personal commitment to the series ensures a genuine and effective learning experience, making this series a trusted choice for educators and parents alike.
दो बातें आपसे...
प्रस्तुत व्याकरण श्रृंखला हिंदी व्याकरण सुधा, भाग ॥ से 8 (प्राथमिक एवं माध्यमिक कक्षाओं के लिए) बच्चों के कोमल हृदय व उनके प्रारंभिक ज्ञान को ध्यान में रखते हुए सरल एवं सहज रूप में हिंदी व्याकरण को उनके पास लाने का एक सार्थक प्रयास है।
अध्यापन पेशे से जुड़ी होने के कारण मैं हमेशा से व्याकरण की एक ऐसी पुस्तक की आवश्यकता को अनुभव करती थी, जो बच्चों के लिए उपयुक्त, सुग्राहय एवं सहायक हो। अतएवं अपने अध्यापकीय अनुभव को एक व्यवस्थित स्वरूप देकर इसे आपके
समक्ष प्रस्तुत किया गया है। यह पुस्तक श्रृंखला राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020, एन.सी.ई. आर.टी., नई दिल्ली दबारा प्रतिपादित राष्ट्रीय पाद्यचर्या की रूपरेखा (४.०.7.) के पूर्णतया अनुकूल है तथा अन्य राज्यों के शैक्षिक बोर्डों की संस्तुतियों एवं
आवश्यकताओं पर भी खरी उतरती है।
प्रस्तुत पुस्तक-श्रृंखला की विशेषताएँ इस प्रकार हैं-
+ व्याकरण के व्यावहारिक ज्ञान पर विशेष बल दिया गया है और इसके लिए विश्लेषण को बोझिल न बनाकर इसकी मूल रचना के तत्वों का संज्ञानात्मक अनुप्रयोग सिखाया गया है।
+ भाषा, व्याकरण, वर्णमाला, शब्द, उनके भेद एवं शब्द-भंडार आदि सभी पाठ बच्चों की आवश्यकता, योग्यता एवं ग्रहण-क्षमता के अनुसार प्रस्तुत किए गए हैं।
+ दैनंदिन जीवन से संबद्ध अनेक उदाहरणों का सच्त्र प्रस्तुतीकरण ज्ञान को सरल एवं सुबोध बनाता है। इसे ध्यान में रखते हुए श्रृंखला कौ प्रस्तुति बच्चों को रटने के स्थान पर स्वतः समझने के लिए प्रोत्साहित करेगी।
+ सामान्यतः यह देखा जाता है कि बच्चे हिंदी लेखन से दूर भागते हैं जिसके कारण उनकी रचनात्मकता व कल्पनाशक्ति की उड़ान को सही स्वरूप नहीं मिल पाता और अभिव्यक्ति में व्यवधान आ जाता है। इसमें रचना तत्वों की मूलभूत संकल्पनाओं को चित्र-बर्णन, संबाद लेखन, वाक्य-लेखन, अनुच्छेद-लेखन, पत्र-लेखन इत्यादि के रूप में सहजता से सँजोया गया है। यह प्रयास बच्चों में रचनात्मक व अभिव्यक्ति कौशल को बढ़ाने में सहायक सिद्ध होगा।
+ गतिविधियों जानिए, खेल-खेल में, हमने सीखा, कला समेकित गतिविधि के माध्यम से ज्ञानवर्धक तथ्यों की प्रस्तुति के साथ रोचकता बनाए रखने का प्रयास भी किया गया है।
+ श्रृंखला में व्याकरण की अवधारणाओं के सहज प्रकटीकरण के लिए अभ्यासों को कार्यपत्रक के रूप में पिरोया गया है।
+ श्रृंखला की पुस्तकों ([-5) के अंत में अलग-अलग पाठों पर आधारित “आओ दोहराएँ' के अंतर्गत अभ्यास प्रश्नपत्र दिए गए हैं।
+ हिंदीभाषी क्षेत्रों के साथ-साथ अहिंदीभाषी क्षेत्रों के विद्यार्थियों के लिए भी यह श्रृंखला उपयोगी सिद्ध होगी।
+ प्रस्तुत पुस्तक- श्रृंखला के साथ अध्यापक-पुस्तिकाएँ भी उपलब्ध हैं जो शिक्षक-शिक्षिकाओं के लिए सहायक रहेंगी।
आशा है कि इस पुस्तक के माध्यम से आज के आधुनिक युग में हमारे बच्चे अधिगम के विभिन्न सोपानों पर चढ़ते हुए अपनी संप्रेषण क्षमता को प्रभावशाली, अपने ज्ञान को अधिक वृहद् व व्यावहारिक बनाकर अपनी इस अर्जित पूँजी को कार्यक्षम बनाकर भाषा के मर्म को सार्थक कर सकेंगे।
मैं श्री दिनेश गोयल, श्रीमती कमला शर्मा और श्री अखिलेश कौधिक जी की आभारी हूँ जिनकी प्रेरणा, सहयोग और अमूल्य परामर्श से यह कार्य संपन्न हो सका है।
इस पुस्तक श्रृंखला को पढ़ने व पढ़ाने में आप निश्चित रूप से आनंद की अनुभूति करेंगे। मेरा यह प्रयास कहाँ तक सफल हुआ है, इसके लिए आपके बहुमूल्य सुझावों व परामर्शों को पाने के लिए मेरी उत्सुकता सदैव बनी रहेगी।
>-डॉ* शिक्षा
shikshakaushik1@yahoo.com
Category | Course Book |
Format | Digital Book |
Type | Course Book |
No. of pages | 1 |